Friday, June 8, 2018

सावधान! क्या आपके आस पास कोई मोबाइल बम है?

सावधान! क्या आपके आस पास कोई मोबाइल बम है। क्या आपके आस पड़ोस में कोई मोबाइल बम जेब मे रखकर घूम रहा है। अगर यह शब्द आपको टीवी न्यूज पर सुनाई देते हैं तो आप थोड़ा घबरा जाते हैं और टेलीविजन पर आपकी नज़रे टैब तक टिकी रह जाएंगी जब तक आप पूरी बात जान न लें। लेकिन घबराईये नही यह न्यूज़ हम आपको डराने के लिए नही बल्कि आपको जागरूक करने के लिए बता रहें हैं।




आपने अब तक एटम बम,  टाइम बम, परमाणु बम, लहसुन बम, मिर्ची बम, के बारे में तो बहुत सुना होगा लेकिन पिछले कुछ समय से कुछ नई घटनाएं सामने आ रही हैं जो कि वाकई में आपको हैरान कर देने वाली हैं। क्या कभी जेब मे रखा मोबाइल बम की तरह फट सकता है क्या कभी आपकी जेब मे रखा मोबाइल आपकी जान ले सकता है या आप इस मोबाइल से घायल भी हो सकते हैं। कुछ दिनों पहले मुंबई के एक रेस्टोरेंट में मोबाइल ब्लास्ट हुआ इसके अलावा अहमदाबाद और देश और दुनिया के अन्य हिस्सों में भी यह घटना सामने आई है। इसके लिए हम सभी को जागरूक रहने की आवश्यकता है।



अगर मोबाइल के दुनिया मे आने से पहले यह पता होता की मोबाइल आपको घायल कर सकता है या आपकी जान भी ले सकता है तो जितनी तेजी से मोबाइल का क्रेज खासतौर से युवाओं में बढ़ा है वह कभी नही होता। हम अपनी आने वाली पीढ़ी को कुछ नई तकनीक और अच्छे माध्यम दे रहे हैं तो साथ ही कुछ खामिया भी दे रहे हैं। जो कि हमारी सोच से भी बहुत आगे है। जैसे जैसे मनुष्य टेक्नोलॉजी में आगे बढ़ रहा है वैसे ही नए माध्यम भी दुनिया को या हमे आघात करने के लिए पैदा होते जा रहे हैं।

मोबाइल बम एक ऐसा बम है जो आज के दौर में लगभग हर जगह है। जो आपके आस पास हर कोई लिए घूम रहा है जो किसी भी वक़्त फट सकता है लेकिन यह बम, अपने आस पास के लोगों को नही बल्कि मोबाइल इस्तेमाल करने वालों को आघात पहुँचाता है लेकिन उसका आघात आपको भी हो सकता है। मोबाइल फटने से आस पास के लोग और खासतौर से बच्चों को मानसिक आघात पहुँच सकता है। इसलिए आपको सावधान रहने की जरूरत है। साथ ही अपने परिवार और आस पास के सभी लोगों को जागरूक करें। मोबाइल फटने का मुख्य कारण ओवर हीटिंग या फिर अन ट्रस्ट टेड फ़ाइल का डाऊनलोड होना हो सकता है।

मोबाइल ब्लास्ट से बचने के उपाय:
मोबाइल में हमेशा एन्टी वायरस इस्तेमाल करें।
मोबाइल में ब्लूटूथ, वाई फाई, हॉटस्पॉट हर समय ऑन न रखें।
मोबाइल की ब्राइटनेस को ऑटो मोड पर रखें।
इसके अलावा कुछ एक्सपर्ट बताते हैं मोबाइल का इस्तेमाल जरूरी न हो तो उसे फ्लाइट मोड पर रखें।
मोबाइल को पूरी रात चार्जिंग के लिए न छोड़े। मोबाइल को जरूरत से ज्यादा समय तक चार्जिंग में न लगा रहने दें।
मोबाइल को गर्म जगह पर ज्यादा देर न रखें और न ही इस्तेमाल करें।
सस्ती और लोकल बैटरी का उपयोग न करें।
कोई भी एप्पलीकेशन इस्तेमाल करने के बाद उसे बंद कर दें। बैकग्राउंड में सभी फ़ाइल या एप्पलीकेशन बैंड रखें।

यह जानकारी ऑफ लाइन और ऑनलाइन रिसर्च पर आधारित है। अगर आपको यह लेख अच्छा लगा हो तो ज्यादा से ज्यादा शेयर करें और सभी को जागरूक बनाइए। इसके अलावा कोई सुझाव हो तो कमेंट बॉक्स में अवश्य बतायें। धन्यवाद।

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